बरसाने के श्रीजी मंदिर में आप अमर्यादित कपड़े पहन कर आते हैं तो प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
22 जून दिन गुरुवार को मंदिर प्रशासन ने बैनर बनाकर मंदिर के परिसर में इसकी सूचना को लगा दिया है।
मंदिरों में अमर्यादित कपड़े पहन के आने पर कई हिंदू संगठनों ने विरोध किया था।
ब्रज आचार्य पीठ के प्रवक्ता घनश्यामराज जी का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं में मस्ती का माहौल दिखता है।
मेरे हिसाब से भी कपड़े पहनने की एक मर्यादा होनी चाहिए। जैसे की हम जब बीच पर जाते हैं तो कुछ अलग कपड़े पहनते हैं, शादियों में कुछ अलग कपड़े पहनते हैं, जब घर के अंदर रह रहे होते तो कुछ अलग तरह के कपड़े पहनते हैं, सोने के समय कुछ अलग तरह के कपड़े पहनते हैं, फॉरेन घूमने जाते हैं तो अलग तरह के कपड़े पहनते हैं.. ठीक इसी प्रकार अगर हम मंदिर जाते हैं तो हमें ढंग के कपड़े पहने चाहिए।
धन्यवाद!
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