भोलेनाथ जरा सी भक्ति से प्रसन्न हो जाते हैं और मनचाहा वरदान दे देते हैं। शायद इसीलिए भगवान भोलेनाथ को औघड़दानी भी कहा जाता है।
अर्धनारीश्वर कहे जाने वाले प्रभु भोलेनाथ स्त्रियों के सबसे प्रिय देवता माने जाते हैं। इसका प्रमुख कारण यह है कि अपनी जीवनसंगिनी के मान-सम्मान के लिए वह तांडव करने से नहीं चूकते हैं। जिस वजह से हर कन्या भगवान शिव से अपने लिए उनके जैसे वर की कामना करती है। भगवान शिव बातों-बातों में यह भी सीख दे देते हैं कि जहां आपका मान- सम्मान ना हो वहां नहीं जाना चाहिए।
भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, धतूरा, सांप, बिच्छू, और से जीव जंतु प्रिय लगते हैं।
प्रभु भोलेनाथ से संबंधित आगे की बात करें, सावन शुरू होने वाला है। सावन शुरू होने का अर्थ है वर्षा ऋतु की शुरुआत। वर्षा ऋतु की शुरुआत के बाद प्रकृति हरियाली से परिपूर्ण हो जाता है। सावन शुरू होने के साथ-साथ चौमासा भी शुरू हो जाता है। चौमासा या चातुर्मास के समय कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि चौमासा में संसार के पालन का सारा भार भगवान विष्णु, भगवान शिव को सौंप देते हैं।
आपको यह भी जानना चाहिए कि सावन में गलत आचरण करने वाला व्यक्ति अक्षम्य पाप का भागी बनता है।
सावन में प्रभु भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि देवी पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को वर के रूप में पाने के लिए इसी माह में कठोर तपस्या की थी।
भगवान शिव की पूजा बेलपत्र, भांग, धतूरा आदि से की जाती है । इसका तात्पर्य है कि उन्हें प्रकृति से विशेष लगाव है, और उन्हें ऐसी वस्तुएं प्रिय है जो सबके लिए सुलभ है।
चाहे विवाहित हो या अविवाहित सभी को सावन में मेहंदी अवश्य लगाना चाहिए। साथ ही हरे रंग की चूड़ियां अवश्य पहननी चाहिए इससे मां गौरी अत्यंत प्रसन्न होती हैं क्योंकि उन्हें प्रकृति का हरा रंग बहुत पसंद है।
बहुत से स्थानों पर यह भी मान्यता है कि शादी के बाद सावन में मायके जाकर त्यौहार मनाने से पति की उम्र लंबी होती है और दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है।
सावन में ही भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार भी आता है।
मेहंदी की बात करें तो हाथों में मेहंदी रचाने की परंपरा केवल श्रृंगार हेतु नहीं है और ना ही केवल इसका धार्मिक कारण है। मेहंदी का वैज्ञानिक महत्व भी है । मेहंदी दिमाग को शांत रखने के साथ ही उसे ऊर्जावान भी बनाती है। माना जाता है कि जिस लड़की की मेहंदी जितना रंग लाती है उसको उतना ही पति और ससुराल से प्रेम मिलता है।
Good knowledge
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