Tuesday 18 July 2023

केदारनाथ में वीडियो, रील आदि बनाने और मंदिर के अंदर फोटो खींचने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

जब से केदारनाथ मंदिर के सामने प्रपोजल वाला वीडियो वायरल हुआ है, इस बात पर बहस छिड़ गई कि धार्मिक स्थानों को मनोरंजन का या पिकनिक स्पॉट ना बनाया जाए। 

इन्हीं सब चीजों को देखते हुए केदारनाथ मंदिर समिति ने नया निर्देश जारी कर दिया है। 

अब केदारनाथ मंदिर में श्रद्धालु मर्यादित वस्त्रों में प्रवेश कर सकेंगे। अमर्यादित वस्त्रों में आने वालों के विरुद्ध श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति कार्रवाई करेगी। साथ ही साथ अब वहां पर वीडियो रील बनाने और मंदिर के अंदर फोटोग्राफी करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

मंदिर समिति की ओर से केदारनाथ मंदिर परिसर में, भैरवनाथ मंदिर और आसपास साइन बोर्ड लगा दिए गए हैं।

ऐसा कहा जा रहा है कि केदारनाथ मंदिर परिसर में वीडियो और रील बनाकर इंटरनेट मीडिया पर शेयर करने के मामले सामने आने से बाबा के भक्तों की भावनाएं आहत हो रही है।

प्रतिबंध के बाद मोबाइल रखने के लिए क्लॉक रूम की व्यवस्था की जा रही है।

#दैनिकजागरण





Tuesday 11 July 2023

Monthly Active Users On Social Sites.

Facebook Monthly Active Users- 300 crore.
Instagram Monthly Active Users- 200 Crore.
Twitter Monthly Active Users- 45 Crore.
Snapchat monthly Active Users- 7.5 Crore.

Monday 10 July 2023

Canada Court

Canada Court while observing that ‘Thumbs Up’ emoji is an action in electronic form that can be used to express acceptance under Electronic Information and Documents Act, 2000, SS 2000, has held that the use of emoji in response to contract will amount to binding acceptance under a legal contract.

#manupatra 

जिसके पास जितना डाटा वह उतना ताकतवर..⚡

हम सभी को इस बात की जानकारी है यह दुनिया बहुत तेजी से बदल गई है और तेजी से बदलने के साथ या दुनिया डिजिटल भी होती जा रही है। इसलिए अब डाटा के दुरुपयोग के मामले खूब आने लगे हैं। आजकल अगर हम गलती से भी कोई ऐसा एप्लीकेशन डाउनलोड कर लेते हैं जो विश्वसनीय   नहीं होता है, वह पल में आपके सारे डाटा को अपने पास स्टोर कर लेता है।

पर्सनल डाटा का इधर से उधर होने का परिणाम यह होता है की मार्केट कंपनियों के पास आपके डिटेल्स आ जाते हैं फिर वह आपको कॉल करके परेशान करने लगते हैं । और कभी-कभी इन्हीं डाटा के इधर-उधर हो जाने के कारण आपके साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी भी हो जाती है।

आपको जानकर खुशी होगी कि सरकार डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटक्शन बिल लाने की तैयारी कर रही है। मानसून सत्र में या बिल आ जाएगा। इसके तहत हम सभी लोगों के पास यह राइट हो जाएगा कि हम कंपनी से पूछ सकेंगे कि हम से लिया गया डाटा कहां-कहां शेयर किया गया। और यदि आपको लगता है कि आपके डाटा का गलत उपयोग किया गया है तो आप शिकायत भी कर सकते हैं। यदि यह सिद्ध हो जाता है कि किसी कंपनी ने डिजिटल डेटा की सुरक्षा से जुड़े रूल्स को वॉयलेट किया है तो उसे भारी-भरकम जुर्माना भी चुकाना पड़ सकता है।

✨आइए जानते हैं कि किस तरह से share होता है डिजिटल पर्सनल डाटा-

🫴यह बात सबको मालूम होगा कि सिम खरीदने के लिए जब हम केवाईसी का प्रोसेस करवाते हैं तो उस समय हम लोगों का पर्सनल डाटा लिया जाता है।

🫴किसी भी ट्रांसपोर्ट के लिए जब हम ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं तब भी हम लोगों से पर्सनल डाटा मांगे जाते हैं।

🫴बैंक में खाता खुलवाने के समय भी फॉर्म में कई प्रकार की पर्सनल इंफॉर्मेशन भरनी होती हैं।

🫴क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए भी फॉर्म में इस तरह के इंफॉर्मेशन भरनी होती हैं।

🫴विभिन्न सरकारी विभागों में भी पर्सनल इंफॉर्मेशन ली जाते हैं।

🫴सोशल मीडिया जैसे टि्वटर, फेसबुक, थ्रेड्स, स्नैपचैट, इंस्टाग्राम आदि पर प्रोफाइल बनाते समय भी हमें अपने नाम, जन्मतिथि के साथ कई अन्य जानकारियां देनी होती हैं।

👉हम सभी जानते हैं कि आज के समय में जिसके पास जितना डेटा है वही उतना ही ताकतवर है। डिजिटल क्रांति का दौर चल रहा है हम सभी जानते हैं कि अर्थव्यवस्था के लगभग हर पक्ष में डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है। इंडिविजुअल का डाटा कहीं ना कहीं किसी न किसी स्वरूप में फैला हुआ है। 

✨इन्हीं स्थितियों को देखते हुए कई संस्थान ने सरकार से इस तरह के कानून बनाने की अपील की है जिससे लोगों की डिजिटल पर्सनल डाटा को सुरक्षित रखा जा सके। 

लोगो द्वारा मांगें गए मांगों पर सरकार ने इन मांगों पर किया विचार..

🫴किसी कार्य के लिए पर्सनल डाटा लेते समय न्यूनतम जानकारी ही जुटाई जाए।

🫴पर्सनल डाटा का स्टोरेज लीगल वे में किया जाए।

🫴किसी भी सिटीजन का डाटा लेने वाला उस डाटा की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।

🫴कहीं भी डाटा की चोरी का अंदेशा हो तो उसकी शिकायत का मंच बनाया जाए।


⭐हम सभी को इस बात का एहसास होता होगा कि जब कभी भी हम किसी भी चीज के बारे में बात करते हैं तो सोशल मीडिया पर उससे संबंधित प्रचार आने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे हाथ में जो स्मार्टफोन है इसमें माइक्रोफोन लगा हुआ है। और जब कभी भी हम किसी भी एप्लीकेशन को इंस्टॉल करते हैं तो हमसे कई प्रकार के सेटिंग्स को allow करवा लिया जाता है। एक तो हम जल्दबाजी में सब कुछ allow कर देते हैं और दूसरी और देखा जाए यदि हम allow नहीं करेंगे तो हम उस एप्लीकेशन का यूज ही नहीं कर पाएंगे। इसके बाद होता यह है कि हमारे सारे फोटोस हमारे सारे कांटेक्ट, हम क्या किससे बात कर रहे हैं..सारा डाटा एप्लीकेशन के पास पहुंच जाता है। 

⭐अगर आपको विश्वास ना हो रहा हो तो अपने फोन को हाथ में ले जाए और चार पांच बार बोलिए पिज़्ज़ा पिज़्ज़ा पिज़्ज़ा फिर आप दो-तीन मिनट बाद अपना सोशल मीडिया अकाउंट चेक करिए आपको पिज़्ज़ा का ऐड आने लगेगा। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारा सारा डाटा एप्लीकेशन के पास जा रहा होता है और वह एप्लीकेशन आपका सारा डाटा कंपनियों को बेच देता है। 

इसको लेकर मार्क जुकरबर्ग को एक बार अमेरिकी अदालत में भी बुलाया जा चुका है।

आप यह सुनकर पढ़कर हैरान हो जाएंगे कि हमें हर महीने में लगभग 18 से 20 स्पैम कॉल आती है। 

लगभग 38 अरब स्पैम कॉल को 2021 में ट्रूकॉलर ने ब्लॉक किया था। 

5 अरब s.m.s. फिशिंग के प्रयास होते हैं भारत में सालाना। 

Inhin sab chijon Ko lekar jamtara Jaisi web series bhi banai ja chuki hai.

जब डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटक्शन बिल संसद से पास होकर एक्ट बन जाएगा तो कुछ इस तरह से सुरक्षा की व्यवस्था बन जाएगी-

👉डाटा जिस उद्देश्य के लिए लिया जाएगा केवल उसी उद्देश्य के लिए यूज किया जाएगा। 

👉पर्सनल डाटा के यूज़ के लिए कंपनियों को ग्राहकों की परमिशन लेनी होगी।

👉ग्राहक अपने डेटा के रखरखाव की जानकारी ले सकेंगे।

👉बैंक डिजिटल प्लेटफॉर्म केवाईसी के नाम पर लिए डाटा का प्रयोग अन्य तरीकों से नहीं कर सकेंगे।

👉पैन और आधार कार्ड के दुरुपयोग पर सजा और जुर्माना बढ़ा दिया जाएगा।

👉कानून के उल्लंघन पर 10000 से 250 करोड़ तक जुर्माने का प्रोविजन होगा। दूसरी बार उल्लंघन में पकड़ी गई कंपनी को ₹500 करोड़ तक का जुर्माना देना पड़ सकता है।

👉अधिग्रहण एवं विलय होने पर संबंधित कंपनियां डाटा शेयर कर सकेंगे।

👉क्रेडिट मूल्यांकन लोन रिकवरी के लिए डाटा का प्रयोग हो सकेगा।

👉सरकार को कुछ मामलों में डाटा के यूज़ का अधिकार रहेगा।

👉सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट करने पर इंटरनेट मीडिया कंपनियों को यूज़र का पूरा डाटा डिलीट करना होगा।

👉इस समय आईटी एक्ट 2000 का कानून चल रहा है जो कि काफी पुराना हो चुका है। वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से इसमें कई खामियां हैं, इसलिए नया कानून इसकी जगह पर आ जाएगा। 

🌞कहा जाता है कि 'prevention is better than cure' तो क्यों ना हम खुद भी अपने डेटा को सुरक्षित रखें..

👉सबसे पहले जिस एप्लीकेशन का आप यूज नहीं कर रहे हैं उसको डिलीट कर दें।

👉सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्हीं लोगों को जोड़ें जिनको आप जानते हो।

👉किसी भी प्रकार की एप्लीकेशन की जरूरत हो तो प्ले स्टोर से डाउनलोड करें।

👉सोशल मीडिया पर अपना ईमेल आईडी और फोन नंबर हाइड कर कर रखें।

👉कोशिश करिए की फैमिली फोटोस या पर्सनल फोटोस केवल आपके जानने वाले ही देख पाए।

👉कभी भी स्पैम कॉल आए तो उसे ब्लॉक कर दें।

👉अपना फोन या सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड किसी अन्य व्यक्ति को ना दें।

👉समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें और पासवर्ड को थोड़ा tough रखें।

👉किसी भी प्रकार का कॉल आता है और आप से आपके बैंक डिटेल्स मांगे जाते हैं तो बिल्कुल भी ना दें। 

👉कोई भी फोन करके बोले कि आप लॉटरी जीत गए हैं तो उस पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें क्योंकि आज के समय में बिन मेहनत कुछ भी नहीं मिलता है।

👉आपके घर में बड़े बुजुर्ग हो तो उन्हें भी यह चीज बताएं और खुद ही उनके फोन में सेटिंग्स इस प्रकार कर दें कि उनका डाटा लीक न हो!

सोर्स - #DainikJagran

थैंक यू!




Saturday 8 July 2023

इतिहास में 8 जुलाई के दिन क्या हुआ था?

आज ही के दिन 8 जुलाई 1918 को भारत में संवैधानिक सुधारों के लिए मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड रिपोर्ट प्रकाशित हुई। 1919 का भारत सरकार अधिनियम इसी रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर बना था। इस रिपोर्ट के तहत एडमिनिस्ट्रेशन में पहली बार भारतीयों की भागीदारी बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाते हैं।


8 जुलाई 1947 में पुर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा भारत की खोज के लिए निकला था। उसने पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन से सफर की शुरुआत की थी। 20 मई 1498 को केरल के कालीकट तट पर पहुंचा । भारत के समुद्री मार्ग की खोज ने पश्चिमी देशों के लिए यहां के दरवाजे खोल दिए।


और आगे की बात करें तो आज ही 8 जुलाई को 1937 में उपन्यासकार गिरिराज किशोर जी का जन्म हुआ था। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुआ था। 1960 से 64 तक उत्तर प्रदेश सरकार में सेवायोजन व प्रोबेशन अधिकारी के रूप में कार्य किए । बाद में कानपुर विश्वविद्यालय और आईआईटी कानपुर में भी सेवाएं दी इस दौरान साहित्य साधन चलती रही। 1966 में पहला उपन्यास 'लोग' प्रकाशित हो गया था। 'ढाई घर' और गांधीजी के अफ्रीका प्रवास पर लिखे 'पहला गिरमिटिया' ने विशेष पहचान दिलाई। कहानी और नाटक लेखन में बहुत अच्छी पकड़ थी।

Friday 7 July 2023

क्या इंस्टाग्राम द्वारा तैयार थ्रेड्स एप्लीकेशन ट्वीटर को टक्कर दे पाएगा?

फेसबुक जिसका नाम मेटा हो चुका है ने अपने माइक्रोब्लॉगिंग इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म *threads* को 6 जुलाई को लॉन्च कर दिया है।

इंस्टाग्राम द्वारा तैयार इस एप्लीकेशन को प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर डाल दिया गया है।

यह एप्लीकेशन अपने आप में इंडिपेंडेंट होने के बावजूद सीधे तौर पर इंस्टाग्राम से जुड़ा हुआ है। कहने का मतलब है आप अगर इस पर अपना अकाउंट बनाते हैं तो उसके लिए इंस्टाग्राम यूजरनेम का प्रयोग कर सकते हैं। 

इस पर अकाउंट बनाने के बाद आप इंस्टाग्राम पर जुड़े हुए लोगों को एक साथ बल्क में फॉलो कर सकते हैं।

यदि आप ट्विटर यूज करते हैं तो आपको पता चल जाएगा या आप पाएंगे कि यह बिल्कुल ट्यूटर की तरह ही काम करता है।

इसका न्यूजफीड मुझे बहुत बढ़िया लगा।

इस एप्लीकेशन को आप ट्विटर के competitor के रूप में देख सकते हैं। 

मैं अपने पर्सनल ओपिनियन को बताऊं तो इस एप्लीकेशन के बाद ट्विटर के यूजर्स में काफी संख्या में गिरावट आने वाली है। हमें ज्ञात है कि कुछ सालों पहले 'koo' नामक भारतीय app मार्केट में आया था..koo कुछ खास नहीं कर पाया क्योंकि उसका यूआई उतना smooth नहीं था जितना टि्वटर का है। लेकिन इंस्टाग्राम के थ्रेड्स एप्लीकेशन का यूआई बहुत बेहतरीन है।