Friday 23 June 2023

यूपी बोर्ड के नैतिक शिक्षा पाठ्यक्रम में वीर सावरकर जी की जीवनी भी शामिल

उत्तर प्रदेश बोर्ड ने विनायक दामोदर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद, नाना साहब, अरविंद घोष, बेगम हजरत महल और सीवी रमन सहित 50 महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवन गाथा को नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

2023-2024 के सत्र से नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में इन महापुरुषों के बारे में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राएं पढ़ सकेंगे।

बरसाना के श्रीजी मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहन के प्रवेश करें 🙏

बरसाने के श्रीजी मंदिर में आप अमर्यादित कपड़े पहन कर आते हैं तो प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

22 जून दिन गुरुवार को मंदिर प्रशासन ने बैनर बनाकर मंदिर के परिसर में इसकी सूचना को लगा दिया है।



मंदिरों में अमर्यादित कपड़े पहन के आने पर कई हिंदू संगठनों ने विरोध किया था।

ब्रज आचार्य पीठ के प्रवक्ता घनश्यामराज जी का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं में मस्ती का माहौल दिखता है। 

मेरे हिसाब से भी कपड़े पहनने की एक मर्यादा होनी चाहिए। जैसे की हम जब बीच पर जाते हैं तो कुछ अलग कपड़े पहनते हैं, शादियों में कुछ अलग कपड़े पहनते हैं, जब घर के अंदर रह रहे होते तो कुछ अलग तरह के कपड़े पहनते हैं, सोने के समय कुछ अलग तरह के कपड़े पहनते हैं, फॉरेन घूमने जाते हैं तो अलग तरह के कपड़े पहनते हैं.. ठीक इसी प्रकार अगर हम मंदिर जाते हैं तो हमें ढंग के कपड़े पहने चाहिए।

धन्यवाद!

चिपको आंदोलन के लिए मिला रेमन मैग्सेसे पुरस्कार 🙏

चिपको आन्दोलन की शुरुवात 1973 में भारत के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा, कामरेड गोविन्द सिंह रावत, चण्डीप्रसाद भट्ट तथा श्रीमती गौरादेवी के नेत्रत्व मे हुई थी।


23 जून 1934 को समाज सुधारक चंडी प्रसाद भट्ट का जन्म हुआ था। इनका जन्म उत्तराखंड के चमोली जिले में हुआ था।

चंडी प्रसाद भट्ट जी 1964 में दाशोली ग्राम स्वराज्य संघ की स्थापना की थी। 

1973 में वन विभाग द्वारा वनों की कटाई के विरोध में इनके और कई पर्यावरणविद और समाज सुधारक के आह्वान पर चिपको आंदोलन शुरू हुआ।

चिपको आंदोलन के कारण ही सरकार को वनों के मामलों में अपनी नीति पर पुनर्विचार करना पड़ा।

चिपको आंदोलन के लिए ही चंडी प्रसाद भट्ट जी को 1982 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

2005 में इनको पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।

                         Ayush Jaiswal

Thursday 22 June 2023

Instagram Verified Badge Monthly Charges



Twitter ki tarah ab aap Instagram par bhi verified badge apne naam ke aage lagwa sakte hain. Eske liye apke pass  government document hona chahiye. Aur sabse jaruri baat..es badge ke liye apko monthly 699 pay karne honge.

Facebook Memories | Ayush Jaiswal |

प्रखर विरोध के बाद बदले गए फिल्म आदि पुरुष के कई डायलॉग


आदि पुरुष जिसमें प्रभास और कृति सेनन ने अपना रोल निभाया है। इस फिल्म में कई ऐसे संवाद हैं जिसको लेकर बहुत ज्यादा बहस छिड़ चुका था। बजरंगबली जी के लिए कुछ जो डायलॉग लिखे गए थे उसको कुछ संगठनों ने और लोगों ने बहुत कड़ी निंदा की।

इसके बाद फिल्म निर्माताओं और संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला जी ने कहा था कि इसके संवाद बदलेंगे ताकि किसी की भावनाएं आहत ना हो। 

मेरा खुद का मानना है कि अगर इस मूवी के डायलॉग ऐसे होते जो रामायण में थे, रामानंद सागर जी के रामायण में थे वहीं से अगर यह कॉपी किए होते तो यह मूवी बहुत अच्छा नाम कमाती। 

एक और मनोज मुंतशिर शुक्ला जी मूवी रिलीज होने के पहले बोल रहे थे कि यह मूवी रामायण पर बेस्ड है लेकिन जब मूवी रिलीज हो गया तो मनोज शुक्ला जी ने बोला कि यह मूवी इंस्पायर्ड है।

कई चैनलों पर अपने बचाव में मनोज मुंतशिर जी ने बोला कि हमारे गांव में कथाओं में ऐसी भाषा का प्रयोग किया जाता है इसलिए हमने ऐसे संवाद डाले थे।

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मूवी के रिलीज होने के दूसरे दिन ही नेपाल में इस मूवी को बैन कर दिया गया था क्योंकि इसमें जानकी (मां सीता)हैं, उनके बारे में गलत फैक्ट्स बताए गए थे।


कैसे रहें स्वस्थ आज के तकनीकी युग में

मेडिकल साइंस के नए नंबर यह बता रहे हैं कि depression, एंजाइटी, हाई ब्लड प्रेशर,  हार्ट प्रॉब्लम कैंसर और डायबिटीज जैसे जानलेवा रोगों के शिकार लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।

इन सब के पीछे का मेन रीजन हमारा डेली रूटीन है।

इतनी सुख-सुविधाओं का मिलना भी इसमें मेन रीजन है।

जो हमारे कामकाज का रूप है स्वरूप है वह भी मैक्सिमम डिजिटल होता जा रहा है, कंप्यूटर में बैठकर काम करना है।

और आगे की बात करें कि लोग पौष्टिक खाना खाने की बजाय फास्टफुड दबाकर खा रहे हैं।

ज्यादा पीछे ना जाते हुए 10-15 साल पीछे अगर आप जाएंगे तो पाएंगे कि लोगों की जीवन शैली और दिनचर्या बहुत ही अच्छा होता था।

आज इस युग में आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो फिर से योग की ओर लौटना होगा।

जिम में लोग जाकर दौड़ भाग करते हैं इससे उनके ❤️ पर लोड पड़ता जिससे हार्ट अटैक की समस्या बढ़ती जा रही है।

आज के समय में अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो उसके लिए आप सुबह जल्दी उठें।

सुबह का नाश्ता राजा की तरह करें।

खाना खाने के 1 घंटे बाद पानी पीना चाहिए।

सुबह कम से कम 15 से 30 मिनट तक योगा करें। योगा करने के लिए अच्छे-अच्छे वीडियोस आप यूट्यूब पर सर्च कर सकते हैं।

अगर आप चाय के आदी हैं तो सुबह का चाय बिलकुल न पिएं।

कोई भी रिफाइंड चीज खाने से बचें खासकर अगर चीनी है तो चीनी कम से कम जितना कम से कम हो सके उतना यूज करें क्योंकि चीनी बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।

दोपहर में आप दही खा सकते हैं।

पानी जब भी पिए तो बैठकर पिए और sip करके पिए।

अल्कोहल का सेवन करते हैं तो हफ्ते में केवल एक बार ही सेवन करें।

आजकल हम देख रहे हैं कि इतनी ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आ गए हैं कि जिस पर वो हावी हो चुके हैं। आवश्यकता होने पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का यूज़ करें। मोबाइल फोन लिमिटेड टाइम के लिए चलाएं

यदि आप फोन पर बात करते हैं तो कोशिश करिए कि लाउडस्पीकर पर फोन डाल कर बात करें

रूम में अगर अंधेरा हो और फोन आप यूज कर रहे हैं तो इससे इस चीज से बचें।

खाना खाने के बाद तुरंत लेट नहीं जाना चाहिए बल्कि कुछ कदम चलना चाहिए।

तनाव से मुक्त होने के लिए आप सॉन्ग सुन सकते हैं।

अच्छे लोगों से मिलते रहिए और अपने दिल की बात करते रहिए।

खुश रहो और खुशियां बाटो..


धन्यवाद!